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प्लास्टिक की दुनियां पर निबंध | Plastic Ki Duniya Par Nibandh

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क्या आप भी जानना चाहते कि प्लास्टिक की दुनियां पर निबंध या Plastic Ki Duniya Par Nibandh तो यह आर्टिकल आप लोगों के लिए हैं।

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इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लेने के बाद मे आपके मन में जी जितने भी सवाल है उन सभी सवालों के ज़बाब मिले जायेंगे ।

 

प्लास्टिक की दुनियां पर निबंध | Plastic Ki Duniya Par Nibandh


प्लास्टिक प्रदूषण हमारे पर्यावरण को काफी तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है। प्लास्टिक पदार्थों से उत्पन्न कचरे का निस्तारण काफी कठिन होता है और पृथ्वी पर प्रदूषण में भी इसका काफी अहम योगदान है, जिससे यह एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है।

प्लास्टिक प्रदूषण का अर्थ

प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का जमीन या जल में इकट्ठा होना प्लास्टिक प्रदूषण कहलाता है जिससे वन्य जन्तुओं या मानवों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। वातावरण में प्लास्टिक उत्पादों का संचय करना भी प्लास्टिक प्रदूषण में शामिल है। प्लास्टिक प्रदूषण भूमि, जलमार्ग और महासागरों को प्रभावित कर सकते हैं। यह प्राकृतिक जीवन हेतु एक विशाल खतरा है।

 

प्लास्टिक प्रदूषण के कारण 

किफायती और उपयोग में आसान होने के कारण प्लास्टिक सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले पदार्थों में से एक है इससे डिब्बे, बैग, फर्नीचर और अन्य कई उत्पाद बनाये जाते है क्योंकि किफायती होने के साथ इन्हे किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। प्लास्टिक के वस्तुओं के बढ़ते उपयोग के कारण ही प्लास्टिक प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है। प्लास्टिक से उत्पन्न कचरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

 

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प्लास्टिक प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव

प्लास्टिक अपशिष्ट कई जहरीली गैसों का उत्पादन करता है। नतीजतन गंभीर वायु प्रदूषण का उत्पादन होता है जो कैंसर को बढ़ावा देता है, शारीरिक विकास को रोकता है और भयंकर बीमारी का कारण बनता है। प्लास्टिक के उत्पादन के दौरान एथिलीन ऑक्साइड, बेंजीन और जाईलीन जैसी खतरनाक गैसें उत्पन्न होती हैं।


डाईऑक्सीन भी इसे जलाने पर उभरता है जो बहुत ही जहरीला है और कैंसर पैदा करने वाला तत्व है गड्ढों में प्लास्टिक के कारण पर्यावरण खराब हो जाता है, मिट्टी और भूजल विषाक्त हो जाते हैं और धीरे-धीरे पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ना शुरू हो जाता है।


प्लास्टिक उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य विशेष रूप से उनके फेफड़े, किडनी और तंत्रिका तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। प्लास्टिक के बर्तन में गर्म खाने की सामग्री डाली जाती है तो उस खाने को खाना किसी बड़े स्वास्थ्य सम्बन्धी
खतरे को न्यौता देना है।


समुद्री जल निकायों में प्लास्टिक प्रदूषण के कारण जलीय जानवरों की असंख्य मृत्यु हो रही है, और इससे यह जलीय पौधे भी काफी हद तक प्रभावित हो रहे है। हमारे द्वारा फेंके गये गंदे कचरे में प्लास्टिक की थैली और बोतलों को कई आवारा जानवरों द्वारा खा लिया जाता है जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है।


बरसात के मौसम में, सड़क पर पड़ा हुआ प्लास्टिक का कचरा जो कि पास के जलाशय और नहरों और नालियों में वह जाता है, इस कचरे को मछलियों द्वारा खा लिया लिया जाता है जिसके कारण मछलियों को श्वसन में परेशानी होने लगती है। इसके अलावा, इन सिंथेटिक सामग्री से पानी की गुणवत्ता में भी कमी आ जाती है।


प्लास्टिक प्रदूषण के निवारण के उपाय

निम्नलिखित तरीकों से हम अपने पृथ्वी को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त बना सकते हैं -

 

  • प्लास्टिक प्रदूषण से बचने हेतु जहां तक हो सके हमें प्लास्टिक के प्रयोग से ही बचना चाहिए।
  • हमें पृथ्वी पर प्लास्टिक की वजह से होने वाले नुकसान की जानकारी जन-जन तक पहुंचानी चाहिए और इस प्रकार के प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ प्रभावी निवारक उपाय अपनाने हेतु सभी को प्रेरित करना चाहिए।
  • हमें बाज़ार से खरीददारी करते समय कपड़े या जूट आदि से बने बैग का उपयोग करना चाहिए, और घर पर प्लास्टिक बैग लाने से बचना चाहिए। 
  • पानी में और भूमि पर फेंके गये प्लास्टिक के उचित निपटान सुनिश्चित करना चाहिए।
  • जिस प्लास्टिक का पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है उनका इस्तेमाल कई अलग-अलग तरीकों में जैसे बैग,पर्स या पाउच को बनाने में किया जाना चाहिए।




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निष्कर्ष

कहा जाता है कि "पहला सुख निरोगी काया" । प्लास्टिक के प्रयोग से हमें अनेकों स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अतः हमें स्वस्थ और निरोगी शरीर हेतु प्लास्टिक से दूरी बनानी ही होगी। हमें छोटे-छोटे कदम उठाकर प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने में योगदान देना चाहिए। यह वह समय है जब हम कुछ निवारक कदम उठाकर अपने भविष्य की पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित कर सकते है।
"प्लास्टिक के प्रयोग पर अवरोध लगाएं,
जीवन को स्वस्थ और निरोगी बनाएं।"


मुझे उम्मीद है कि आपके जितने भी सवाल थे प्लास्टिक की दुनियां पर निबंध या Plastic Ki Duniya Par Nibandh उन सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे। अगर आपको कोई डाउट हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।



Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के लिए लिखा गया है। 

My Name is Ghanshyam Verma. I am Founder and Author of TechnoGhanshyam. Here you can learn many things like Blogging, Make Money, Technology etc.

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